बताया जा रहा है कि ब्रिटेन के इतिहास में 106 वर्षों में यह पहली नर्सों की हड़ताल है। इससे ब्रिटेन के अस्पतालों में मरीज़ों के लिए परेशानियां आ सकती हैं।
आरसीएन अर्थात रायल कालेज आफ नर्सिंग, नर्सों के वेतन में 19 प्रतिशत की मांग कर रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक कह चुके हैं कि उनके मन में श्रमिकों और अन्य लोगों के लिए बहुत सम्मान है किंतु वर्तमान स्थति को देखते हुए वेतन में वृद्धि की मांग को व्यवहारिक नहीं बनाया जा सकता।
नर्सों की इस हड़ताल से पहले ही ब्रिटेन में रेल नेटवर्क और डाक सेवा की हड़तालों के कारण वहां की कई प्रकार की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ विभाग को फिलहाल स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी का सामना है। एसे में यह हड़ताल वहां के स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द साबित हो सकती है।
बताया जा रहा है कि इस समय ब्रिटेन में रेलसेवा डाकसेवा, चालक वर्ग, हवाई अड्डे के कर्मचारियों और कई अन्य सेवाओं के कर्मचारियों को आर्थिक दृष्टि से बहुत कठिन समय गुज़ारना पड़ रहा है।