सूत्रों के अनुसार पवन खेड़ा शुक्रवार को रायपुर पहुंचेंगे। सूत्रों के अनुसार पवन खेड़ा को गुरूवार की शाम को पहुंचना था, लेकिन कुछ अदालती प्रक्रियाओं को पूरा करने में विलंब हो गया।
खेड़ा को बड़े ही नाटकीय अंदाज में दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर खड़े इंडिगो के विमान से नीचे उतारा गया और बाद में गिरफ्तार किया गया। खेड़ा कई कांग्रेसी नेताओं के साथ दिल्ली से रायपुर जाने की तैयारी में थे जहां 24 फरवरी से कांग्रेस का तीन दिवसीय महाधिवेशन आरंभ हो रहा है।
कांग्रेस ने खेड़ा के खिलाफ कार्रवाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ''प्रतिशोध, उत्पीड़न और धमकी'' की राजनीति का नया उदाहरण और तानाशाही करार दिया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने उच्चतम न्यायालय से खेड़ा को राहत मिलने पर कहा कि टाइगर जिंदा है, सुप्रीम कोर्ट जिंदा है।
गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटे बाद ही उच्चतम न्यायालय से खेड़ा को राहत मिल गई। न्यायालय ने उन्हें 28 फरवरी तक अंतरिम जमानत देने का गुरूवार को आदेश दिया।
खेड़ा को दिल्ली हवाई अड्डे पर विमान से उतारा गया तो कांग्रेस नेता विरोध में धरने पर बैठ गए और बिना गिरफ्तारी वारंट के उन्हें ले जाने पर एतराज जताया। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बाद में असम पुलिस से लेकर एक दस्तावेज उन्हें सौंपा जिसमें उन्होंने खेड़ा को हिरासत में लेने में मदद मांगी थी।
खेड़ा के विमान से उतरने के बाद पार्टी के कई नेता विमान से उतर गए और वहीं धरने पर बैठ गए। कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
घरेलू हवाई अड्डे के टर्मिनल-एक पर हंगामा बढ़ने पर यात्रियों को उतारकर दूसरी उड़ान से रायपुर रवाना किया गया।
अंतरिम जमानत पाने वाले कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि वह न्यायपालिका को सलाम करते हैं और आभारी हैं कि उच्चतम न्यायालय ने उनकी स्वतंत्रता को बरकरार रखा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया कि विपक्ष संसद में मुद्दे उठाए तो नोटिस दिया जाता है। महाधिवेशन के पहले छतीसगढ़ के हमारे नेताओं पर ईडी का रेड कराया जाता है। आज मीडिया विभाग प्रमुख को जहाज़ से ज़बरदस्ती उतारकर गिरफ़्तार किया गया। भारत के लोकतंत्र को मोदी सरकार ने हिटलरशाही बना दिया। हम इस तानाशाही की घोर निंदा करते हैं।
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने खेड़ा को रायपुर जाने वाली उड़ान से नीचे उतारे जाने के बाद सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या भारत ‘‘बनाना रिपब्लिक’’ बन गया है। उन्होंने कहा कि खेड़ा को विमान से नीचे उतारा जाना निंदनीय है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की कार्रवाई से मोदी सरकार कांग्रेस के महाधिवेशन को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
ज्ञात रहे कि पवन खेड़ा के खिलाफ प्रधानमंत्री के बारे में उनकी कथित टिप्पणी के लिए असम के हाफलोंग थाने में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 153 बी (राष्ट्रीय एकता के खिलाफ प्रभाव डालने वाले बयान देना, लांछन लगाना), मानहानि और शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना शामिल हैं।