इस दौरान भीड़ ने तोड़फोड़ की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। रिपोर्ट के मुताबिक़ हमला करने से पहले भीड़ हाथों तख्तियां लिए घूम रही थी, जिस पर लिखा था कि योग इस्लाम के उसूलों के ख़िलाफ़ है। योग को कई मौक़ों पर हिंदू धर्म से जोड़ा जाता रहा है। देश में कई गुट योग दिवस मनाने के फ़ैसले के विरुद्ध थे और इसकी आलोचना जारी थी।
प्रदर्शनकारियों ने योग दिवस में शामिल होने वालों से तुरंत स्टेडियम से बाहर जाने को कहा। द एडिशन के अनुसार भीड़ ने योग दिवस में आए कई लोगों को धमकाया भी।
मालदीव एक इस्लामिक देश है। यहाँ की आबादी करीब 5 से 6 लाख़ के बीच मानी जाती है। नाम न बताने की शर्त पर कार्यक्रम के आयोजकों में से एक शख्स ने रॉयटर्स को बताया कि भीड़ ने यहाँ लोगों पर हमला किया, तोड़फोड़ की और संपत्ति को नुक़सान पहुँचाया।
इस कार्यक्रम में 150 से अधिक लोग शामिल थे जिनमें राजनयिक और सरकारी अधिकारी भी थे। हमले की सूचना मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई की और बाद में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पेपर स्प्रे, आंसू गैस के गोलों का भी इस्तेमाल करना पड़ा।
पुलिस अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि इस मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि इस मामले में पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है।
सोर्स