बयान में कहा गया कि यह पहली बार है कि अरब गणराज्य मिस्र के राष्ट्रपति हमारे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल-सीसी को एक औपचारिक निमंत्रण भेजा था जिसे गत 16 अक्तूबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मिस्र के राष्ट्रपति को सौंप दिया था। इस साल दोनों देशों ने राजनयिक संबंधों की अपनी 75वीं वर्षगांठ भी मनाई है।
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हाल ही में मिस्र के दौरे पर भी गए थे। दोनों देश इस साल अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि मिस्र को 2022-23 में जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान ‘अतिथि देश’ के रूप में आमंत्रित किया गया है।
भारत का यह कदम मिस्र के साथ द्वीपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने में मददगार साबित होगा। इसके साथ ही भारत की इस प्रमुख अफ़्रीक़ी देश तक पहुंच और मज़बूत होगी।