कार को ऑनलाइन ओनरशिप वेबसाइटों पर भी सूचीबद्ध किया गया है क्योंकि यह हरियाणा सरकार से संबंधित है।
पुलिस के मुताबिक नासिर और जुनैद को अगवा करने के लिए एक सफ़ेद स्कॉर्पियो कार का इस्तेमाल बताया जा रहा है, बाद में दोनों को उनकी ही कार में हरियाणा के भिवानी ज़िले में जिंदा जलाकर मार डाला गया था।
राजस्थान पुलिस 22 फ़रवरी को हत्याकांड के आरोपी विकास की तलाश में हरियाणा के जींद ज़िले में पहुंची थी, उनके घर पर जब विकास का पता न चल सका तो पुलिस ने कैथल रोड स्थित गोसेवा धाम विकलांग गौशाला में तलाशी ली, जहां अपंग और विकलांग मवेशी रखे जाते हैं।
इधर, पुलिस ने उस स्कॉर्पियो कार को बरामद कर लिया है, जिससे आरोपी कथित रूप से जुनैद और नासिर को राजस्थान के भिवानी ले गए थे, जहां पर वारदात को अंजाम दिया गया था। राजस्थान पुलिस के मुताबिक कार की सीट पर खून के निशान भी मिले हैं।
बजरंग दल के नेता और हरियाणा सरकार की गौरक्षा टास्क फोर्स के सदस्य मोनू मानेसर इस मामले के आरोपियों में से एक है।
मोनू और उनकी टीम ने हिंदुत्व पॉप संगीत के साथ कम से कम चार वीडियो अपलोड किए थे, जिनमें गौरक्षकों द्वारा मुस्लिम युवकों के अपहरण, हमले, बंदूक-हिंसा और अत्याचार को दिखाया गया था। इनमें से दो वीडियो में इसी कार को दिखाया गया है जो कुछ शॉट्स में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
पिछले साल इन वीडियो के वायरल होने के बाद कार का इस्तेमाल इस तरह की हिंसक गतिविधियों के लिए किया जाता रहा है।
कई पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि जुनैद और नासिर सहित ऐसे हमलों के पीछे मोनू मानेसर की टीम का हाथ है, हालांकि मोनू ने इन आरोपों से इनकार किया है।