इजरायल ने गाजा में अपना ग्राउंड ऑपरेशन तेज कर दिया है। हमास नेता याह्या सिनवार ने कहा कि हम इजरायल के साथ "तत्काल" कैदियों की अदला-बदली के लिए तैयार है।सिनवार ने एक बयान में कहा, "हम तत्काल कैदियों की अदला-बदली करने के लिए तैयार हैं, जिसमें बंधकों के बदले इजरायली जेलों से सभी फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है।
इजरायली सेना (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगारी ने कहा कि हमारी सेना गाजा में जमीनी ऑपरेशन चला रही है। जंग में मकसद हासिल करने के लिए बड़े फैसले लेने पड़ते है। बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए कई बार जोखिम भी उठाना पड़ता है।
शनिवार को हमास ने कहा कि वे आठ रूसी-इजरायल दोहरी नागरिकता के बंधकों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें मॉस्को के अनुरोध पर मुक्त करने का निर्णय लिया गया है। रूस के हमास के साथ अच्छे संबंध हैं, इसे वह एक आतंकवादी समूह नहीं मानता है, और उसने गाजा में बंधकों को मुक्त कराने के लिए राजनयिक प्रयास शुरू कर दिये हैं।
इजराइल ने आज कहा कि राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन द्वारा गाजा में उसके सैन्य अभियान की आलोचना के बाद वह तुर्की से अपने राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुला रहा है।विदेश मंत्री एली कोहेन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "तुर्की से आ रहे बयानों को देखते हुए, मैंने इज़रायल और तुर्की के बीच संबंधों का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए वहां राजनयिक प्रतिनिधियों की वापसी का आदेश दिया है।"
इज़रायली सेना का मानना है कि हमास के बड़े नेता और उनके मुख्य सैन्य ठिकाने उत्तर में स्थित हैं, जहां आईडीएफ ने अब लगातार हमले शुरू कर दिए हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले इजरायली ने आम नागरिकों को उत्तरी गाजा छोड़ने और दक्षिण में जाने के लिए कहा था।
द टाइम्स ऑफ़ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध का दूसरा चरण शुक्रवार रात गाजा में और अधिक जमीनी बलों के प्रवेश के साथ शुरू हुआ।
शुक्रवार रात भर गाजा पर इजरायली सेना के हमले होते रहे। इस बीच इंटरनेट और फोन सेवाएं भी बंद कर दी गईं। एनजीओ ह्यूमन राइट्स वॉच ने चिंता व्यक्त की है कि कम्यूनिकेशन ब्लैकआउट से बड़े पैमाने पर लोगों की मदद करने की राह में मुश्किलें आएंगी।
युद्ध कवर कर रहे पत्रकारों के अनुसार, रात में भारी बमबारी के बाद गाजा और दक्षिणी इजरायल में धुएं की घनी धुंध छा गई। पत्रकारों द्वारा मालूम हुआ कि "गाजा पट्टी के उत्तर में इतने बड़े पैमाने पर बमबारी हुई, जो हमने पहले कभी नहीं देखी थी। यहां अस्पताल में, एम्बुलेंस चालकों ने मुझे बताया कि वे किसी के साथ बातचीत नहीं कर सकते, इसलिए वे बस विस्फोटों की दिशा में गाड़ी चला रहे थे।
7 अक्टूबर को हमास के हमले के साथ शुरू हुआ ये युद्ध कब थमेगा, यह कह पाना बेहद मुश्किल है। इस युद्ध में अभी तक दोनों ओर से 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका की अपील के बावजूद इजरायल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पीएम नेतन्याहू का कहना है कि वह हमास को जड़ से खत्म करके ही दम लेंगे।इजरायली सैनिकों से नेतन्याहू ने कहा कि सैनिक यहूदी योद्धाओं की उस विरासत का हिस्सा हैं, जो 3000 साल पुरानी है। उनका एक ही लक्ष्य है, हमास को खत्म करना।
यह भी पढ़े: इजराइल युद्ध अपराधों पर विश्व की 298 हस्यितों ने संयुक्त राष्ट्र को लिखा ओपेन लेटर