ज़ायोनी विस्तारवादी उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए क़रीब हर रोज़ फ़िलिस्तीनियों इलाक़ों पर धावा बोलते हैं और फ़िलिस्तीनी बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को निशाना बनाते हैं।
फ़िलिस्तीन की समा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्राईली सैनिकों के हाथों मरने वाले बच्चों और लड़कों में ढाई साल के मासूम बच्चों से लेकर 19 साल तक के युवा शामिल हैं।
इस्राईली अख़बार हारेट्ज़ ने भी अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि इस साल की शुरूआत से अब तक 28 फ़िलिस्तीनी बच्चे और युवा ज़ायोनी सैनिकों के हाथों मारे जा चुके हैं।
दो दिन पहले ही ज़ायोनी सैनिकों ने मेहदी मोहम्मद नाम के एक फ़िलिस्तीनी युवक को गोली से मारा गया।
मोहम्मद को चाक़ू से हमला करने के संदेह में इस्राईली सैनिकों ने गोलियों से भून डाला।