इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतीन ने अपनी सरकार से कहा है कि वह बेलारूस के प्रशासन के साथ इस देश में ट्रेनिंग सेंटर बनाने पर बातचीत शुरू करे।
अमरीका ने यूक्रेन को 2.2 अरब डालर की सैनिक मदद देने की योजना बनाई है जिसमें यूक्रेन को लंबी दूरी तक मार करने वाले मिसाइल भी दिए जाएंगे।
उधर रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि रूसी सेना ने आक्रामक नीति अपनाते हुए दोनेस्क के इलाक़े में कई इलाक़ों से यूक्रेन की सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। सोलीदार शहर का नियंत्रण हाथ में लेने के बाद रूसी सेना ने इसी शहर के पास स्थित ब्लागोदात्नी ग्रामीण इलाक़े से यूक्रेन की सेना को पीछे हटाया है।
रूसी सेना का कहना है कि उसने अपने नए हमलों से यूक्रेन की सेना की सप्लाई लाइन काट दी है जिसके बाद बाख़मोत शहर में यूक्रेन की सेना के लिए रसद सप्लाई ठप्प हो गई है और बहुत जल्द यह शहर भी यूक्रेन की सेना के नियंत्रण से पूरी तरह निकल जाएगा।
बताया जाता है कि बाख़मोत शहर की लड़ाई रूसी और यूक्रेनी दोनों सेनाओं के लिए बहुत बड़ी लड़ाई है।
ज़ाबारोजिया के इलाक़े के प्रशासन का कहना है कि इस प्रांत में भी यूक्रेन की सेना फ़्रंटलाइन से पीछे हट गई है।
दूसरी तरफ़ यूक्रेन के विदेशमंत्री दिमित्री कोलीबा का कहना है कि यूरोपीय संघ के नेताओं से यूक्रेन को इस संघ का हिस्सा बनाने के विषय पर बात होने जा रही है। उन्होंने कहा कि हम यूरोप के भीतरी बाज़ार के क़रीब होना चाहते हैं और ऊर्जा के क्षेत्र में उससे सहयोग करने का इरादा रखते हैं।
हथियारों की सप्लाई की बात की जाए तो यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को टैंकों और तोपों की सप्लाई की स्वीकृति तो दे दी है मगर यूक्रेन से अब युद्धक विमान सप्लाई किए जाएने की मांग सामने आ रही है और इस बारे में पश्चिमी पसोपेश में हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस का मुक़ाबला करने के लिए आधुनिक हथियार मांगे हैं और इस बारे में हम विचार करेंगे। वाइट हाउस इससे पहले एफ़-16 युद्धक विमान यूक्रेन को दिए जाने की संभावना का खंडन किया था।
ब्रितानी प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन को युद्धक विमान भेजना व्यवहारिक विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि ब्रितानी युद्धक विमान बहुत जटिल टेक्नालोजी से लैस हैं और इनकी ट्रेनिंग के लिए कई महीने का समय लगेगा।