तेलंगना राज्य के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने कहा है कि कम कपड़े पहनने वाली महिलाएं खुद मुसीबत को निमंत्रण देती हैं। द स्टेट्समैन में छपी एक ख़बर के अनुसार हैदराबाद की एक घटना से जुड़े सवाल के उत्तर में उन्होंने ये बयान दिया।
हैदराबाद में हाल में कुछ लड़कियां जब बुर्क़ा पहनकर परीक्षा देने के लिए केवी रंगा रेड्डी डिग्री कॉलेज में पहुंची तो उन्हें परीक्षा हॉल के बाहर ही रोक दिया गया। बाद में बुर्क़ा उतारने के बाद ही उन्हें परीक्षा में बैठने की इजाज़त दी गई।
अख़बार लिखता है इस मामले से संबंधित एक सवाल के उत्तर में मंत्री ने कहा, "हमारी नीति पूरी तरह धर्मनिरपेक्ष है व्यक्ति अपनी पसंद के हिसाब से कपड़े पहन सकता है। लेकिन यूरोपीय लोगों की तरह कपड़े न पहनें, हो सकता है मामला बिगड़ जाए। हमारी हिंदू बहनों को सिर पर पल्लू रखना चाहिए। हमें अपने परिधान का सम्मान करना चाहिए. अगर आप कम कपड़े पहनेंगी तो आप मुसीबत को निमंत्रण देंगी। आप अधिक कपड़े पहनें ताकि लोग भी सामान्य हो सकें।
भारत राष्ट्र समिति के मोहम्मद महमूद अली की ये टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। कई यूज़र्स पार्टी की महिला नेताओं को टैग कर सवाल करने लगे कि वो इसके बारे में क्या सोचती हैं।
कई लोगों का कहना था कि संसद में महिलाओं के लिए 33 फ़ीसदी आरक्षण की मांग करने वाली पार्टी अपने ही नेता के इस तरह के बयान को किस तरह स्वीकार कर पा रही है।
हालांकि ये पहली बार नहीं है जब महमूद अली ने इस तरह के विवादित बयान दिए हैं. इससे पहले 2019 में बलात्कार का शिकार हुई एक महिला के बारे में उन्होंने कहा था टोल गेट में अगर आप फंस गई हैं तो आपको पुलिस को फोन करना चाहिए, न कि अपनी बहन को।
इससे पहले एक गैंगरेप के मामले में उन्होंने कहा कि स्मार्टफ़ोन और व्हाट्सऐप जैसे आधुनिक गैजेट युवाओं को गुमराह कर रहे हैं।