विदेश मंत्रालय ने कहा कि मैक्रों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आमंत्रण पर भारत की यात्रा पर आएंगे, इस साल भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड में मुख्य अतिथि होंगे। इसी के साथ वह छठे ऐसे फ्रांसीसी नेता बन जाएंगे जिन्हें भारत ने यह सम्मान प्रदान किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मैक्रों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आमंत्रण पर भारत की यात्रा पर आएंगे।
भारत ने इस अवसर पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने जनवरी, 2024 में यहां आने में असमर्थता जताई। माना जा रहा है कि बाइडेन के भारत आने में असमर्थता की वजह जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में ‘स्टेट ऑफ द यूनियन' संबोधन, उनकी दोबारा राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी और हमास-इजराइल संघर्ष पर अमेरिका का और ध्यान केंद्रित करना है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘रणनीतिक साझेदार के रूप में, भारत और फ्रांस कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर उच्च स्तर पर समान रुख साझा करते हैं। इस वर्ष, हम भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।'
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 जुलाई को पेरिस में आयोजित ‘बैस्टिल डे परेड' में सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लिया था। यह कार्यक्रम फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह का हिस्सा है।वहीं, मैक्रों सितंबर में नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे।
भारत अपने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए हर साल विश्व नेताओं को आमंत्रित करता है। लेकिन कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस पर किसी को भी बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित नहीं किया गया था।
राष्ट्रपति मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले छठे फ्रांसीसी नेता होंगे। वर्ष 2023 के गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी मुख्य अतिथि थे। वर्ष 2020 में, ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे।