प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में 370 सीट का आंकड़ा पार कर जाएगी और इतना ही नहीं, संसद में विपक्षी नेता भी कह रहे हैं कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 400 से अधिक सीट मिलेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश में 7,550 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद झाबुआ जिले में आदिवासी समुदाय के सदस्यों की एक जनसभा संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने मतदाताओं से आगामी चुनाव में भाजपा को लोकसभा की 543 में से 370 सीट जीताने के लिए पिछले तीन चुनावों में प्रत्येक बूथ पर पार्टी को मिले सबसे अधिक मत की तुलना में 370 अतिरिक्त वोट सुनिश्चित करने को कहा प्रधानमंत्री ने कहा कि इतना ही नहीं संसद में विपक्षी नेता भी अब राजग के लिए 'अबकी बार 400 पार' बात कह रहे हैं। मोदी ने कहा, 'मुझे यकीन है कि भाजपा का कमल चुनाव चिह्न निश्चित रूप से अपने दम पर 370 का आंकड़ा पार कर जाएगा।
सेवक के रूप में धन्यवाद देने आया हूं'
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार करने के लिए झाबुआ नहीं आए हैं, बल्कि हालिया विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश में मिले जबरदस्त समर्थन के लिए लोगों को धन्यवाद देने के खातिर एक 'सेवक' के रूप में आए हैं।
भाजपा ने हाल ही में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की है. जनसभा को संबोधित करने से पहले शुरू की गई 7,550 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'हमारी 'डबल इंजन' सरकार मध्य प्रदेश में दोगुनी गति से काम कर रही है।
लूट और फूट कांग्रेस का ऑक्सीजन है
लंबे समय तक गरीबों, किसानों और आदिवासियों की अनदेखी करने को लेकर प्रधानमंत्री ने विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस को केवल चुनाव के समय ही गांव, गरीब और किसान याद आते हैं।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस जब सत्ता में रहती है तो लोगों को लूटने का काम करती है और जब सत्ता से बाहर होती है तो लोगों को लड़वाने का काम करती है. लूट और फूट कांग्रेस का ऑक्सीजन है।
उन्होंने कहा, 'हमने वोट के लिए नहीं, बल्कि आदिवासियों के स्वास्थ्य को लेकर सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ अभियान शुरू किया है.' केंद्र ने पिछले साल राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 शुरू किया था, जिसका उद्देश्य, विशेष रूप से आदिवासी आबादी के बीच सिकल सेल रोग से उत्पन्न गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है।