18 वर्ष का एक युवक गन लेकर सुपरमार्केट में दाखिल होता है, और लोगों पर अंधादुध गोलियां चलाना शुरू कर देता है। इस युवक ने अपने इस कृत्य को लाइव सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
इस गोली बारी में 10 लोगों की मौत हुई है और 3 लोग घायल है। मारे जाने और घायलों में 11 लोग अश्वेत हैं। अश्वेतों को निशाना बनाना दिखाता है कि युवक नस्लवादी मानसिकता रखता था, और उसने जानबूझकर अश्वेतों को निशाना बनाया है।
गोलीबारी करने वाले 18 वर्षीय युवक की पहचान पेटन गेंड्रोन के रूप में की गई है। पुलिस के अनुसार युवक नस्वादी मानसिकता रखता था। हालांकि बफ़ेलो की अदालत के एक जज ने युवक को प्रथम दृश्या में हत्या का अपराधी नहीं माना है।
अमेरीकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड के एक बयान के अनुसार, अमेरिकी न्याय विभाग "घृणा अपराध और नस्लीय रूप से प्रेरित हिंसक चरमपंथ के एक अधिनियम के रूप में" सामूहिक शूटिंग की जांच कर रहा है।
बयान में कहा गया, "न्याय विभाग इस गोलीबारी की गहन और शीघ्र जांच करने और इन निर्दोष पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करने के लिए प्रतिबद्ध है।"
अमरीका में अश्वेतों के विरुद्ध नस्लभेदी हमले कोई नई बात नहीं है, इन हमलों में शामिल अपराधियों को पुलिस का भी समर्थन प्राप्त रहता है। कई बात तो पुलिस स्वंय भी अश्वेतों के विरुद्ध नस्लभेदी व्यवहार करती है जैसा की जार्ज फ्लायड के मामले में हुआ था।
बफ़ेलो सुपरमार्केट नरसंहार में भी नस्लवाद दिखाई देता है, हद यह है कि जब पूरी दुनिया इस कार्य की निंदा कर रही है, वहीं अमरीकी सोशल मीडिया में बहुत से यूज़र्स ने इस कार्य का समर्थन किया है। एक यूज़र्स ने इस वीडियों के नीचे कमेंट किया "वेल डन... इनको मर ही जाना चाहिए... जानवर"