जब चीनी राष्ट्रपति ने कनाडा के प्रधानमंत्री पर आपत्ति कर दी कि आप आपसी बातचीत को मीडिया में क्यों लीक कर देते हैं? इसके जवाब में ट्रूडो ने कहा कि हम कुछ भी नहीं छिपाते और आइंदा भी यही करेंगे।
इसके साथ ही एक घटना चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जब उन दोनों का एक दूसरे से आमना सामना हो गया।
ज्ञात रहे कि दोनों देशों के बीच सीमा और कंट्रोल लाइन पर भारी तनाव पाया जाता है।
दोनों प्रतिद्वंद्वी देशों के नेताओं की बाली में जारी शिखर सम्मेलन में मुलाक़ात हुई अलबत्ता दोनों के बीच पहले से किसी औपचारिक बातचीत का कार्यक्रम तय नहीं था।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको वीदोदो ने शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं के लिए डिनर का इंतेज़ाम किया था, इसी दौरान शी जिनपिंग और नरेन्द्र मोदी की मुलाक़ात हुई।
2020 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव हुआ था जिसके बाद दोनों पहली बार आमने सामने आए और दोनों ने कुछ देर बात की।
भारत के विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मुलाक़ात को लेकर मोदी को निशाना बनाया। पार्टी ने कहा कि चीन गलवान और कई दूसरे सीमावर्ती इलाक़ों में भारतीय ज़मीन में घुसा है।
कांग्रेस पार्टी के ट्वीटर हैंडल से इस मुलाक़ात का वीडियो शेयर किया गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि मोदी अपनी जगह से उठे और चीनी राष्ट्रपति से उन्होंने हाथ मिलाया और कुछ देर बात की।
असदुद्दीन उवैसी ने भी नरेंन्द्र मोदी की वीडियो की आलोचना करते हुए कहा कि साहब ने आंख नहीं दिखाई।
कांग्रेस पार्टी के लीडर वनीत पुनिया ने लिखा कि लाल आंख का वादा था, चीन दो साल से हमारी सीमा में घुसा बैठा है लेकिन यहां खड़े होकर स्वागत किया जा रहा है।
सोर्स पार्स टूडे