हाजी जान के घर 60वें बच्चे ने लिया जन्म, 'बेगम चाहती हैं अभी और बच्चे
पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा के सरदार हाजी जान मोहम्मद ने दावा किया है कि रविवार को उनके यहां 60वें बच्चे ने जन्म लिया है।
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अपने एक इंटरव्यू उन्होंने कहा कि उनके पांच बच्चे अल्लाह को प्यारे हो गए हैं जबकि 55 ज़िंदा और स्वस्थ हैं।
उनके मुताबिक, "खुशहाल खान की मां को मैं उनके पैदा होने से पहले उमरा पर ले गया था, इसलिए मैं उन्हें हाजी खुशहाल ख़ान कहता हूं।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें इतने सारे बच्चों के नाम याद हैं तो उन्होंने जोर से हंसते हुए कहा, 'क्यों नहीं? यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि पाकिस्तान दुनिया के उन आठ देशों में शामिल है जो 2050 तक दुनिया की कुल जनसंख्या वृद्धि में पचास प्रतिशत योगदान देगा।
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार 1960 के दशक से विश्व भर में जनसंख्या वृद्धि की दर घटती जा रही है और 2020 में यह दर एक प्रतिशत से भी कम रही, वहीं पाकिस्तान में इसे 1।9 प्रतिशत दर्ज किया गया था।
चौथी शादी के लिए महिला की तलाश
सरदार जान मोहम्मद ने कहा कि वह चौथी बार शादी करना चाहते हैं और इसके लिए वह चौथी महिला की तलाश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि न केवल उनकी इच्छा अधिक बच्चे पैदा करने की है, बल्कि उनकी पत्नियां भी यही चाहती हैं और उनके घर में बेटों के बजाय बेटियां अधिक संख्या में हैं।
जान मोहम्मद ने कहा कि उनके कुछ बेटे-बेटियों की उम्र 20 साल से अधिक है, लेकिन उनमें से किसी की भी अभी तक शादी नहीं हुई है क्योंकि वे पढ़ रहे हैं।
आर्थिक रूप से मुश्किलों का सामना'
हाजी जान मोहम्मद ने कहा कि उनका कोई बड़ा कारोबार नहीं है लेकिन उनकी क्लीनिक से ही उनके घर का सारा खर्च चलता है।
उन्होंने कहा कि पहले उन्हें बच्चों के खर्च को लेकर ज़्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ती थी, लेकिन पिछले तीन साल से महंगाई में बेतहाशा वृद्धि के कारण कुछ आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वे बताते हैं, "कारोबार ठप हो गया है। आटा, घी और चीनी सहित सभी बुनियादी चीजों के दाम तीन गुना हो गए हैं। पिछले तीन साल से पूरी दुनिया समेत तमाम पाकिस्तानी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, इसमें मैं भी शामिल हूं।"
उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश अपने बच्चों को खुश रखने की थी और उनके लिए उन्होंने किसी से मदद नहीं मांगी बल्कि अपनी मेहनत से खर्चों को पूरा करने की कशिश की।
हाजी जान ने कहा कि वे सभी बच्चों को पढ़ा रहे हैं और वे अपने बच्चों की पढ़ाई पर काफी पैसा भी खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चों के खर्च के सिलसिले में उन्होंने किसी से मदद नहीं मांगी है लेकिन सरकार से नागरिक के रूप में मेरे बच्चों को उनके अधिकार मिलने चाहिए।
सोर्स बीबीसी