बकरीद यानी ईद-उज-जुहा के चांद की तस्दीक सोमवार की शाम होने के साथ ही इस्लामी कैलेंडर के आखरी महीने जिल हिज्जा की शुरूआत हो गई। जिल हिज्जा की दसवीं तारीख को बकरीद मनाई जाती है। इस लिहाज से बृहस्पतिवार 29 जून को कुरबानी का पर्व मनाया जाएगा।
रूयते हेलाल कमेटी के सद्र हाफिज परवेज अच्छे ने चांद की तस्दीक की। हाफीज परवेज ने बताया बकरीद के चांद की सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। आज शाम मगरिब की नमाज के बाद लोगों ने अपने घरों और मस्जिदों के छतों से चांद देखने का प्रयास किया। चांद की तस्दीक में मुश्किल नहीं हुई।
दूसरे शहरों से भी लोगों ने चांद की तस्दीक की है। इस्लाम धर्म में बकरीद का खास महत्व है। इसे कुरबानी का त्योहार भी कहा जाता है। बकरीद से लेकर तीन दिन तक लोग मनपसंद जानवरों की कुरबानी देते हैं। यानी 29, 30 जून और 1 जुलाई को कुरबानी दी जाएगी। बकरीद के मौके पर ही सऊदी के पवित्र शहर मक्का में हज भी अदा होती है। सोमवार को चांद के तस्दीक होते ही लोगों त्योहार की तैयारियों में जुट गए। कुरबानी के लिए बकरा, दुंबा आदि तलाशने लगे। हालांकि बहुत लोग पहले से जानवर पाल रखे हैं।