पीएम ने कहा कि कांग्रेस की नीति वोट पाओ और भूल जाओ की है। कांग्रेस ने दिल्ली से रिमोट के जरिए पूर्वोत्तर को नियंत्रित किया जबकि बीजेपी आठ राज्यों को ‘अष्टलक्ष्मी' मानती है।
हमारा यह प्रयास है कि दिल कि दूरियां भी मिटें और दिल्ली से भी दूरी कम हो। बीते 9 वर्षों में मैं खुद दर्जनों बार यहां आया हूं" उन्होंने कहा कि दिल्ली से लेकर दिमापुर तक इन्होंने परिवारवाद को ही प्राथमिकता दे रखी थी, लेकिन हमारी सरकार ने पूरे नॉर्थ-ईस्ट के लिए दिल्ली की सरकार की सोच को ही बदल दिया है। कांग्रेस ने नॉर्थ-ईस्ट को ATM माना हुआ था। सरकार का पैसा जनता तक नहीं, बल्कि करप्ट पार्टियों की तिजोरी में पहुंचता था।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अपने लोगों पर अविश्वास करने से नहीं, बल्कि उन पर भरोसा करने से चलता है। नागालैंड के लिए हमारे पास शांति, विकास और समृद्धि का मंत्र है, इसलिए लोग बीजेपी और एनडीपीपी पर भरोसा करते हैं। पिछले कुछ सालों में कई युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि अपनों पर अविश्वास करके देश को नहीं चलाया जा सकता। लोगों का सम्मान और उनकी समस्याओं का समाधान करके ही देश को चलाया जा सकता है। इससे पहले पूर्वोत्तर में 'फूट डालो' की राजनीति होती थी, अब हमने इस स्थिति को बदला है।
उन्होंने कहा कि पहले लोगों को राशन हासिल करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था जिनके पास राशन कार्ड थे, उन्हें पैसा देने के बाद भी राशन नहीं मिल पा रहा था। आज केंद्र सरकार नागालैंड के हजारों परिवारों को मुफ्त राशन दे रही है। उन्होंने कहा कि हम गरीबों, आदिवासियों और महिलाओं के उत्थान पर ध्यान केंद्रित कर रहे है. आज हमारी हर योजना में समाज के इन वर्गों को प्राथमिकता दी जाती है।