इस्राईली मीडिया की रिपोर्ट अनुसार इस्राईली किशोरी मनोरोगी थी और उसने अरब लड़कियों जैसा अपना हुलिया बना रखा था और इस्राईली सेना की चेकपोस्ट के क़रीब गई थी जिसे इस्राईली सैनिकों ने फ़िलिस्तीनी हमलावर समझकर गोली मार दी।
मंगलवार को इस्राईली सेना ने एक बयान में दावा किया था कि अलख़लील नगर के क़रीब एक चेकपोस्ट पर एक फ़िलिस्तीनी किशोरी को हमला करने से पहले मार गिराया गया।
सेना ने बयान में कहा कि यहूदी किशोरी ने एक इस्राईली सैनिक की पिस्तौल छीन ली जिसके बाद सैनिकों ने उस पर गोली चला दी। मगर बाद में पता चला कि वह इस्राईली लड़की थी जो मानसिक रूप से बीमार थी।
इस्राईल के चैनल 12 ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस लड़की ने हाल ही में इस्राईली सेना में अपनी सेवा का समय पूरा किया था।
लड़की ने इस घटना से पहले अपनी एक दोस्त को संदेश भेजा कि अगर कोई यहूदी मरना चाहे तो उसे चाहिए कि अरबी लिबास पहन ले और नक़ली बंदूक़ फ़िलिस्तीनी इलाक़े में स्थापित किसी इस्राईली चेकपोस्ट की तरफ़ तान दे।