अमरीका में दो घटनाएं हुई हैं जिन पर अमरीकी सरकार और संस्थाओं की कड़ी आलोचना की जा रही है।
डेविन ब्रुक्स को जो अमरीकी विदेश मंत्रालय में सुरक्षा कर्मी के तौर पर काम कर रहे थे आदेश मिला कि वे अपनी दाढ़ी छोटी कराएं वरना उनकी नौकरी चली जाएगी। दाढ़ी रखने पर आग्रह के बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया इसके बाद ब्रुक्स ने दाढ़ी मुंडवाने का निर्णय किया ताकि अपनी नौकरी बचा सकें।
बहरहाल अब ब्रुक्स एक अन्य फ़ेडरल संस्था में काम करते हैं और दाढ़ी भी रखते हैं।
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने इस मामले में अदालत से कहा है कि ब्रुक्स को लंबी दाढ़ी रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती क्योंकि स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंताएं पैदा हो सकती हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों के लिए हमारे यहां एक क़ानून है कि एक ख़ास हद से अधिक लंबी दाढ़ी नहीं हो सकती। मगर ब्रुक्स के वकील का कहना है कि इस तरह के क़ानून किसी व्यक्ति को धर्म के नियमों के पालन से नहीं रोक सकते।
वहीं दूसरी ओर एक घटना वाइट हाउस में घटी है जहां एक मुसलमान मेयर को प्रवेश की अनुमति नहीं मिली।
न्यू जर्सी राज्य में प्रोस्पेक्ट पार्क के मेयर मुहम्मद ख़ैरुल्लाह को अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित ईदुल फ़ित्र जश्न में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।
ख़ैरुल्लाह को वाइट हाउस में प्रवेश करने से रोक दिया गया जिस पर वह काफ़ी नाराज़ हैं।
बाइडन ने गत सोमवार को वाइट हाउस में ईदुल फ़ित्र का जश्न रखा था और कहा था कि उनकी सरकार मुसलमानों का समर्थन करती है मगर ख़ैरुल्लाह का कहना है कि उन्हें वाइट हाउस के रवैए पर गहरी आपत्ति है। उन्होंने कहा कि वे चार घंटे ड्राइव करके इस जश्न में शामिल होने के लिए गए थे मगर जश्न में शामिल होने की उन्हें अनुमति नहीं दी गई।