IND vs SA: वह तीन कारण जिनकी वजह से हार गई दक्षिण अफ्रीका
भारत के विरुद्ध डेविड मिलर के कातिलाना शतक के बावजूद दक्षिण अफ्रीका अंत में 16 रनों से यह मुकाबला हार गया।
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भारत और दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध इंदौर में खेला गया दूसरा मुकाबला रनों से भरपूर रहा। दोनों टीमों ने 40 ओवरों में 400 से अधिक रन बनाए।
भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सूर्यकुमार यादव, विराट कोहली, केएल राहुल और कप्तान रोहित शर्मा की बेहतरीन पारियों के बदौलत 237 का बड़ा स्कोर खड़ा किया।
इस बड़े स्कोर के बाद बहुत से विश्लेषक इस मैच को एकतरफ़ा बता रहे थे। साउथ अफ्रीका की पावर प्ले की बल्लेबाज़ी ने भी इस मैच को नीरस बना दिया था। इसने जैसे ही किलर मिलर बल्लेबाज़ी के लिए उतरे मैच का रुख ही मुड़ गया।
एकतरफ़ा रूप से जीतता हुआ भारत एक समय में जीत के लिए संघर्ष करता दिखाई देने लगा।
मिलर ने 106 रनो की नाबाद पारी खेली और अपनी टीम को मैच में अंत तक बनाए रखा। लेकिन कुछ ऐसी चीज़ें कारण बनी जिनकी वजह से उनकी यह बेहतरीन पारी भी टीम को जीत दिलाने में नाकाफ़ी साबित हुई।
बेलगाम गेंदबाज़ी
पूरे मैच में साउथ अफ्रीका की गेंदबाज़ी कितनी दिशाहीन रही इसका अंदाज़ा लेंथ मैप देखकर ही लगाया जा सकता है। अफ्रीकी गेंदबाज़ों ने पूरी पिच पर गेंदबाज़ी की और अपनी लाइन व लेंथ पर कंट्रोल नहीं रख सकें।
फुलटॉस पर फुलटॉस
इस मैच में दिशाहीन गेंदबाज़ी के साथ साथ अफ्रीकी गेंदबाज़ों ने फुलटॉसों की भी झड़ी लगा दी। फुलटॉस फेंकने में सबसे आगे रहे अफ्रीकी गेंदबाज़ वेन पार्नेल। भारतीय बल्लेबाज़ों ने फुलटॉस गेंदो का खूब फायदा उठाया और गेंद को मैदान की हर दिशा में चौके और छक्के के लिए भेजा।
भारतीय बल्लेबाज़ों ने 20 ओवरों में 13 छक्के और 25 चौके लगाए।
साउथ अफ़्रीका के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ डेल स्टेन ने भी कहा कि माना कि मैदान पर काफ़ी नमी थी और खिलाड़ी पसीने से तरबतर थे जिससे शायद वो गेंद को ठीक से पकड़ भी नहीं रहे थे लेकिन इस तरह की बोलिंग से वो खुद भी निराश होंगे।
बावुमा की बैटिंग
दक्षिण अफ्रीकी टीम के कप्तान टेम्बा बावुमा की फार्म भी लगातार चिंता का विषय बनी हुई है। वह इस मैच में पहला ओवर मेडन जाने देने के बाद बिना कोई रन बनाए आउट हो गए।
याद रहे कि वह पहले मैच में भी ज़ीरो पर आउट हुए थे।
लगातार रन न बना पाने के कारण आलोचकों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है कि वह इस टीम की सबसे कमज़ोर कड़ी हैं। क्यों न उनको हटाकर बेहतरीन फार्म में चल रहे रीज़ा हेंड्रिक्स को मौका दिया जाए?
बावुमा ने चाहर द्वारा डाले गए पहले ओवर को मेडन जाने दिया। अब आप ही सोंचे कि साउथ अफ्रीकी पारी के दूसरे हाफ़ में जिस तरह मिलर और डीकॉक बैटिंग कर रहे थे, उन्हें बावुमा के ज़ाया किए गए 7 गेंद ज़रूर खटक रहे होंगें।
अफ्रीकी टीम ने अंतिम 18 गेंदों पर 57 रन बनाए थे और केवल 16 रन से मैच हार गए। जिस फार्म में मिलर खेल रहे थे अगर उनको एक ओवर और खेलने को मिल गया होता तो शायद मैच की तस्वीर कुछ और होती।