थिंक टैंक की रिपोर्ट के अनुसार इस अभियान के तहत अब तक हज़ारों लोगों का नागरिकता छीनी जा चुकी है। नागरिकता छीने जाने वालों में अधिकतर मुसलमान हैं।
थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सरकार के इस अभियान ने देश में मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बना दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार इस अभियान का मुख्य निशाना वह मुसलमान नागरिक हैं जिन्होंने किसी कारण से सीरिया की यात्रा की थी। मध्य पूर्व और मुख्य रूप से सीरिया की यात्रा करने वाले लोगों के विरुद्ध इस कानून का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें
जानिए ब्रिटेन की रानी क्वीन एलिजाबेथ की ज़िन्दगी के बारे में
उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश सरकार अप्रैल में एक नया कानून लाई है जिसके तहत राष्ट्रीय सुरक्षा, राजनयिक या किसी दूसरे कारण से इस देश के गृह मंत्री को किसी भी व्यक्ति को नागरिकता से वंचित करने का अधिकार होगा।
इस कानून के आने से पहले तक जिस किसी भी ब्रिटिश नागरिक से नागरिकता छीनी जाती थी तो पहले उसे एक नोटिस जारी की जाती थी लेकिन अब बिना किसी नोटिस के ही नागरिकता छीनी जा रही है।
हालांकि अंतरराष्ट्रीय क़ानून के तहत जब तक व्यक्ति किसी दूसरे देश का नागरिक न हो उसकी नागरिकता नहीं छीनी जा सकती है और यह ग़ैर-क़ानूनी है।
प्राप्त रिपोर्ट के अननुसार 2013 में ब्रिटिश सरकार ने इस देश की नागरिकता रखने वाले 20 मुसलमानों की नागरिकता छीन ली थी।