एक साक्षात्कार में गेट्स से सीधे स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क और चैरिटी के बारे में सवाल पूछा गया था कि क्या आप एलन मस्क को बड़े परोपकारी लोगों के अपने क्लब में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेंगे?
इंटरव्यू लेने वाले ने गेट्स और वारेन बफेट की संस्था ‘द गिविंग प्लेज’ का हवाला देते हुए पूछा कि दुनिया के सैकड़ों सबसे अमीर लोगों ने अपनी कमाई का अधिकांश हिस्सा दान में देने का वादा किया था, इसके जवाब में बिल गेट्स ने कहा कि मुझे लगता है कि किसी दिन मस्क एक महान परोपकारी होंगे, टेस्ला जैसी चीजें परोपकार का एक रूप न होने पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं, मंगल ग्रह पर कुछ बार जाने के अलावा, जो थोड़ा महंगा हो सकता है, उन्हें भरोसा नहीं है कि स्पेसएक्स के सीईओ अपनी अधिकांश संपत्ति केवल खुद पर खर्च करेंगे।
जब बिल गेट्स से विशेष रूप से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि मंगल ग्रह पर जाना ‘पैसे का अच्छा उपयोग’ होगा, तो माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक ने साफ़ कहा कि ‘मेरे विचार में नहीं। गेट्स ने कहा कि मंगल ग्रह पर जाना वास्तव में काफ़ महंगा है, आप इसके बदले ख़सरे के टीके खरीद सकते हैं और 1000 डॉलर प्रति जीवन बचाकर लोगों की जान बचा सकते हैं।
दोनों अरबपतियों का मनमुटाव पहले भी सामने आ चुका है। एलन मस्क ने दावा किया था कि उन्होंने बिल गेट्स से टेस्ला की शॉर्ट सेलिंग के बारे में पूछने के बाद एक परोपकारी परियोजना पर उनके साथ काम करना बंद कर दिया। मस्क ने ट्विटर पर लिखा था कि ‘मैंने कई लोगों से इसके बारे में सुना था, ये कोई टॉप सीक्रेट बात नहीं थी, टेस्ला की शॉर्ट सेलिंग के बारे में जब सीएनबीसी ने गेट्स से पूछा तो उन्होंन कहा कि मैं अपने निवेश के बारे में बात नहीं करता।