घटना के संबंध में थानाध्यक्ष सुधीर कुमार का कहना है कि बच्चा दो दिन से लापता था। परिजनों के द्वारा बच्चे की खोजबीन की जा रही थी, तभी रास्ते से गुजर रही एक महिला ने बच्चे के रोने की आवाज सुन लोगों को सूचना दी गई। जिसके बाद घटनास्थल पर टीम पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई। फिलहाल बच्चे को नहीं निकाला जा सका है।
जिंदगी और मौत से लड़ रहे 11 वर्षीय बच्चा खिरिआवं गांव निवासी शत्रुध्न प्रसाद उर्फ भोला का पुत्र रंजन कुमार है। वह पिछले दो दिन से लापता था। बच्चा मानसिक रूप से कमजोर है। परिजन लगातार इधर-उधर उसकी तलाश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने रस्सी और सीढ़ी के सहारे बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन वेलोग असफल रहे।