पाकिस्तानः कारगिल मार्ग खोलने की मांग क्यों उठी?
पाकिस्तान गिलगित-बल्तिस्तान सरकार ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी।
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ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान प्रशासित गिलगित-बल्तिस्तान की यात्रा से बचने के लिए चेतावनी जारी की है। वहीं अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि वो उत्तरी क्षेत्रों की यात्रा के दौरान "अत्यधिक सावधानी" बरतें।
अगस्त के अंत में, गिलगित-बल्तिस्तान के विभिन्न शहरों में धार्मिक समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए गए थे और कुछ धार्मिक नेताओं पर सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का आरोप भी लगा था।
यहां स्कर्दू शहर के एक धार्मिक नेता के ख़िलाफ़ दियामीर के शहर चिलास में पहले मुक़दमा दर्ज करने और फिर गिरफ़्तारी के लिए प्रदर्शन हुआ और राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बंद कर दिया गया
वहीं, पर्यटन के लिए मशहूर स्कर्दू में प्रदर्शनकारियों ने मांग की, "अगर चिलास की सड़क स्कर्दू के लोगों के लिए सुरक्षित नहीं है, तो कारगिल रोड को हमारे लिए खोल दिया जाना चाहिए।
हालांकि ब्रिटिश यात्रा चेतावनी में गिलगित-बल्तिस्तान में "हालिया विरोध प्रदर्शनों के कारण सभी गैर-आवश्यक यात्रा से बचने" का निर्देश दिया गया है, लेकिन गिलगित-बल्तिस्तान के गृह विभाग ने कहा कि "स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है।
स्थानीय प्रशासन की तरफ़ से कहा गया है कि इलाक़े में सभी संपर्क मार्ग, वाणिज्यिक और व्यावसायिक केंद्र और शैक्षणिक संस्थान सामान्य रूप से खुले हैं। चेहल्लुम इमाम हुसैन पर क़ानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाकिस्तानी सेना और नागरिक सशस्त्र बलों को तैनात किया गया है।
दूसरी ओर, इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने चेतावनी दी है कि इलाक़े में "शांतिपूर्ण इरादे" के साथ आयोजित सभा भी बिना किसी चेतावनी के हिंसक हो सकती है।
इसमें कहा गया है कि स्कर्दू और दियामीर में विरोध प्रदर्शन बढ़ने, सड़क बंद होने, मोबाइल और इंटरनेट बंद होने की आशंका है।
गिलगित-बल्तिस्तान में धारा 144
गिलगित-बल्तिस्तान के गृह विभाग ने कहा, 'क़ानून व्यवस्था बनाए रखने, लोगों के जान-माल की रक्षा करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरे प्रांत में धारा 144 लागू की गई है। अधिसूचना में कहा गया है कि किसी को भी सार्वजनिक बैठक, जुलूस और विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है।
उन्होंने कहा, 'अगर स्थानीय प्रशासन ने पहले ऐसी कोई अनुमति दी है तो उसे रद्द माना जाना चाहिए। ऐसा क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया जा रहा है।
इसमें कहा गया है, ''विशेष परिस्थितियों के लिए जारी किए गए सभी शस्त्र लाइसेंस और प्रतिबंधित बोर के विशेष लाइसेंस अगली सूचना तक वापस लिए जाते हैं। आधिकारिक ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को छोड़कर किसी को भी हथियारों का प्रदर्शन करने और ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
गिलगित-बल्तिस्तान सूचना विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि गिलगित-बल्तिस्तान में चेहल्लुम इमाम हुसैन के शांतिपूर्ण संचालन के लिए पाकिस्तानी सेना और नागरिक सशस्त्र बलों को तैनात किया गया है।
पहले की तरह, दियामीर ज़िले के प्रशासन ने चेहल्लुम पर जुलूस मार्गों और इमामबाड़ों की सुरक्षा के लिए एक पहले की तरह ज़िला दियामीर के प्रशासन ने अपने एक नोटिफ़िकेशन में बाबूसर टॉप के रास्ते यात्रा करने वालों के लिए ख़ास समय तय किया है।
प्रशासन की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि चिलास जीरो प्वाइंट शाम 6:30 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद रहेगा जबकि बाबूसर टॉप मार्ग शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक सभी प्रकार के यातायात के लिए बंद रहेगा।
अधिसूचना में कहा गया है कि मौजूदा हालात में कड़े सुरक्षा उपायों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
उधर, दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने स्थानीय मोबाइल कंपनी को गिलगित-बल्तिस्तान में 4जी को 2जी में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है, लेकिन स्कर्दू और चिलास के स्थानीय लोगों के मुताबिक़ मोबाइल इंटरनेट की पहुंच सीमित कर दी गई है।