गाजा में कई स्थानों से रॉकेट दागे जाने की खबर है। तत्काल किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। हमले के बारे में फ़िलिस्तीनी के पत्रकार ने कहा, शनिवार को अवरुद्ध गाजा पट्टी से इस्राईल की ओर दर्जनों रॉकेट दागे गए। हमलों की पुष्टि इसलिए हुई क्योंकि इस्राइल में आने वाली आग की चेतावनी देने वाले सायरन बज रहे थे।
हमले से आम नागरिकों को कितना हुआ नुकसान?
रॉकेट हमले के बारे में सेना ने बताया, "गाजा पट्टी से कई आतंकवादियों ने इस्राईली क्षेत्र में घुसपैठ की है।" इस्राईल की आपातकालीन सेवा एजेंसी- मैगन डेविड एडोम ने भी हमले के बारे में बयान दिया। एजेंसी के अनुसार, मध्य इस्राईल में एक इमारत पर रॉकेट गिरने के बाद 70 वर्षीय महिला हताहत हुई।
नेतन्याहू ने क्या कहा
इस्राईल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, "इस्राईल के नागरिकों यह एक जंग है, कोई अभियान नहीं, कोई उकसावेबाज़ी नहीं, जंग है।"
उन्होंने कहा, "आज सुबह हमास ने इस्राईली राष्ट्र और इसके नागरिकों पर औचक जानलेवा हमला किया है. हम तड़के सुबह से ही इसका सामना कर रहे हैं।"
"मैंने सुरक्षा प्रमुखों के साथ मीटिंग की है। सबसे पहले मैंने निर्देश दिए हैं इस्राईल में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के सफाए का निर्देश दिया है। ये अभियान अभी चलाया जा रहा है।"
"इसी वक्त मैंने रिज़र्व आर्मी को भी बड़े पैमाने पर उतारने के निर्देश दिए हैं ताकि ऐसी ताक़त से जवाबी कार्रवाई की जाए जिसका दुश्मन को कभी अंदाज़ा न रहा हो।"
"दुश्मन को ऐसी क़ीमत अदा करनी पड़ेगी जिसका उसे अंदाज़ा नहीं है। इस बीच, मैं इस्राईली नागरिकों से अपील करता हूं कि वे सेना और होम कमांड के निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।"
हम जंग में हैं और हम ये जीतेंगे
हमास का अहम बयान ?
हमास के प्रमुख मोहम्मद दाइफ़ ने इन हमलों के बाद एक बयान जारी कर कहा है, "हमने ये ऐलान करना तय किया है कि अब बहुत हो चुका।"
हमास ने इस ऑपरेशन को "अल अक़्सा स्टॉर्म" नाम दिया है और कहा है कि इस अभियान के तहत उसने शनिवार सवेरे क़रीब 5,000 रॉकेट इसराइल को निशाना बनाते हुए दागे हैं। दाइफ़ ने कहा, "हम दुश्मन को पहले ही चेतावनी दे चुके हैं। इस्राईली क़ब्ज़ाधारियों ने हमारे नागरिकों के ख़िलाफ़ सैकड़ों नरसंहार किए हैं। क़ब्ज़ाधारियों की वजह से इस साल सैकड़ों लोग शहीद हुए हैं और घायल हुए हैं।
"हम ऑपरेशन अल अक़्सा स्टॉर्म की शुरुआत की घोषणा करते हैं। हम ये घोषणा करते हैं कि दुश्मन के ठिकानों, एयरपोर्टों, सैन्य अड्डों पर किए गए हमारे पहले हमले में 5,000 से अधिक रॉकेट दागे गए हैं।