सऊदी अरब की अदालत के फैसले के बाद से ट्यूनीशिया में आम लोगों में चिंता व क्रोध व्याप्त हो गया है।
ट्यूनीशिया की महिला डॉक्टर महदिया मरज़ूकी के मामले को इस देश के संचार माध्यमों ने प्रमुखता से छापा है और पीड़ित महिला डॉक्टर के परिजनों ने अपनी बेटी के संबंध में न्याय की गुहार लगाई है।
महिला डॉक्टर महदिया मरज़ूक़ी के भाई नेज़ाल मरज़ूकी ने कहा है कि मेरी बहन को एक ट्वीट और लेबनानी प्रतिरोध की एक वीडियो के लाइक करने के कारण 15 साल जेल की सज़ा सुनाई गई है और यह खुला अत्याचार है, मेरी बहन 51 साल की है दूसरे शब्दों में मैं अब अपनी बहन को नहीं देख पाऊंगा।
जानकार हल्कों का कहना है कि ट्वीट और वीडियो को लाइक करना कोई अपराध नहीं है और अगर थोड़ी देर के लिए मान भी लें कि अपराध है तो इतना बड़ा अपराध नहीं है कि एक महिला डॉक्टर को 15 साल की सज़ा दी जाये।
इसी प्रकार इन हल्कों का मानना है कि इस तथाकथित अपराध और दंड में कोई समानता नहीं है और यह दंड खुद अत्याचार है।