सूडान की राजधानी ख़र्तूम और देश के अन्य इलाक़ों में पर निंयत्रण के लिए 15 अप्रैल को सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लड़ाई छिड़ गई थी।
पड़ोसी और क्षेत्रीय देशों की कोशिशों की वजह से सूडान में युद्ध विराम पर सहमति बनी है, लेकिन राजधानी ख़र्तूम में अभी भी झड़पों की ख़बरें लगातार आ रही हैं।
इस मुस्लिम और अफ़्रीक़ी देश में छिड़ने वाले युद्ध के कारण, भारत समेत कई देश यहां से अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले क़रीब दो हफ्तों से जारी लड़ाई में अब तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं और हज़ारों ज़ख़्मी हो गए हैं।
दोनों पक्षों ने सूडान की राजधानी ख़र्तूम के अलग-अलग हिस्सों पर नियंत्रण स्थापित करने का दावा किया है।
डॉक्टरों का कहना है कि ख़र्तूम के अस्पतालों में हालात बेहद मुश्किल हो गए हैं। युद्ध के चलते स्वास्थ्यकर्मी घायलों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
दशकों के गृहयुद्ध के बाद 2011 में दक्षिण सूडान के अलग होने तक सूडान, क्षेत्रफल के लिहाज से अफ्रीक़ा का सबसे बड़ा देश था।
सूडान में नागरिक सरकार को सत्ता हस्तांतरित करने की मांग को लेकर 2021 से ही संघर्ष चल रहा है।
अक्तूबर 2021 में नागरिकों और सेना की संयुक्त सरकार के तख्तापलट के बाद से ही सेना और अर्धसैनिक बल आमने-सामने हैं।
क़रीब एक लाख की तादाद वाली रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स के सेना में विलय के बाद बनने वाली नई सेना का नेतृत्व कौन करेगा, इस पर सहमति नहीं बन पा रही है।