ईंधन की कमी और इंटरनेट बंद होने के कारण शुक्रवार को गाजा के लिए संयुक्त राष्ट्र की सहायता आपूर्ति दोबारा रुक गई। मानवीय संकट गहराने से भुखमरी और आवासहीन फलस्तीनियों के समक्ष चुनौती खड़ी हो गई है। उधर, इस्राइली सेना का हमास से युद्ध जारी है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में भुखमरी के हालात हैं और दूसरा सुरक्षित मार्ग एकमात्र उम्मीद होगा।
इस बीच, इस्राइल की युद्ध कैबिनेट ने मानवीय संकट को देखते हुए गाजा में नियमित ईंधन आपूर्ति की मंजूरी दे दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद दो ईंधन टैंकरों ने राफा क्रॉसिंग से गाजा में प्रवेश किया।
अंतरराष्ट्रीय संगठनों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) द्वारा कुल 60,000 लीटर डीजल ईंधन ले जाने की व्यवस्था की गई है। इस्राइली सेना के प्रवक्ता डैनियल हैगारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों के उपयोग के लिए ईंधन आपूर्ति की मंजूरी दी गई है।
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ईंधन दक्षिणी गाजा पट्टी को पानी आपूर्ति करने वाली सुविधाओं का समर्थन करेगा। इनकी निगरानी अमेरिका और मिस्र कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम के मध्य पूर्व क्षेत्रीय प्रवक्ता अबीर एतेफा ने कहा कि गाजा को अब हर दिन अपनी जरूरी खाद्य आपूर्ति का सिर्फ 10% ही मिल रहा है। उधर, गाजा पट्टी और मिस्र के बीच राफा सीमा के पास विस्थापितों के एक समूह पर इस्राइली हमला हुआ जिसमें कई फलस्तीनी मारे गए।
इस हमले में 9 मरेे व कई घायल हुए। इस्राइल ने कहा, उसके सैनिकों को गाजा के अल शिफा अस्पताल में हमास द्वारा इस्तेमाल एक सुरंग मिली है। उसने कहा, हमास ने हथियार, गोला-बारूद जमा कर शिफा जैसे अस्पतालों के नीचे सुरंगों के एक नेटवर्क में बंधकों को रखा है।
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