बीबीसी अरबी की फॉरेंसिक जांच में पाया गया है कि हमास का सैन्य विंग इसराइल के ख़िलाफ़ अपने युद्ध में अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है।
इसमें 1200 इसराइली मारे गए और 240 से अधिक बंधकों को अगवा कर वे ग़ज़ा ले गए. तबसे ग़ज़ा में शुरू हुए इसराइली हवाई हमले और ज़मीनी कार्रवाई में अब तक 23,000 से अधिक फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं।
बीबीसी अरबी ने उन चार हथियारों की पहचान की है जिसका इस्तेमाल हमास की सैन्य विंग, अल-क़ासम ब्रिगेड्स कर रहा है। इससे उसकी क्षमता और वो कैसे इनके पार्ट्स ख़रीद रहा है, इस पर सवाल खड़े होते हैं।
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ऐसे हथियार जिनसे हमास इसराइल का मुक़ाबला कर रहा है
1. 'यासिन 105' एंटी टैंक मिसाइल
इसराइली सेना के ज़मीनी हमले शुरू होने के बाद अल-क़ासम ब्रिगेड्स ने कई वीडियो जारी किए हैं जिनमें 'यासिन 105 एमएम' एंटी टैंक मिसाइल को दिखाया गया है और ग़ज़ा में इसराइली मरकावा टैंकों को इससे निशाना बनाते दिखाया गया है।
मिस्र की सेना के पूर्व ब्रिगेडियर जनरल समीर राग़ेब कहते हैं कि यासीन 105 की ख़ास बात है डुअल वॉरहेड डिज़ाइन, जिसमें दो विस्फोटक होता है। पहला विस्फोटक टैंक के बख़्तर को निशाना बनाता है, जिससे मिसाइल आंशिक या पूरी तरह अंदर चली जाती और फिर दूसरा विस्फोटक टैंक को उड़ा देने का काम करता है।
2. 'अल आसेफ़' टारपीडो
बीते साल अक्टूबर के अंत में हमास ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने एक नए हथियार, अल आसेफ़ को दिखाया था. उसने दावा किया कि सात अक्टूबर के हमले में इसका इस्तेमाल किया गया था। बीबीसी न्यूज़ अरबी ने पुष्टि की है कि इस वीडियो को इससे पहले ऑनलाइन पोस्ट नहीं किया गया था।
एक्सपर्ट का कहना है कि यह हथियार मानवरहित या दूर से संचालित किया जाने वाला पानी के अंदर काम करता है और पानी के अंदर चलाए जाने वाले अभियानों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
मिस्र की सेना में पूर्व चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ यासेर हाशेम ने इस हथियार को बिना ‘क्रू वाला एक सामान्य सेमी सबमर्सिबल अंडर वॉटर व्हीकल’ बताया।
3. उत्तर कोरियाई 'एफ़7 आरपीजी'
सात अक्टूबर के हमले और ग़ज़ा पट्टी में इसराइली सेना के ख़िलाफ़ ज़मीनी संघर्ष को लेकर हमास के वीडियो में एफ़7 आरपीजी लॉन्चर प्रमुखता से दिखाई देते हैं।
यह ग्रेनेड लॉन्चर उत्तर कोरिया से हैं और ग्रेनेड के शीर्ष पर लाल रंग की पट्टी से इसे पहचाना जा सकता है। बीबीसी अरबी ने हमास लड़ाकों के हाथ एफ़7 आरपीजी होने के कई वीडियो को सही पाया है।
एफ़7 आरपीजी लॉन्चर में तेज़ी से रीलोड किया जा सकता और यह भारी वाहनों के ख़िलाफ बहुत असरदार है। फिलिप इनग्रा कहते हैं कि हमास ने इस लॉन्चर में काफ़ी सुधार किए हैं।
4. विस्फोटक डिवाइस ‘द शावाज़’
हमास के वीडियो में एक अन्य हथियार ‘द शावाज़’ दिखता है, जिसका अरबी में मतलब है लपटें यह स्थानीय रूप से बनाया जाने वाला उपकरण है जिसे वाहनों को बहुत क़रीब से घात लगाकर निशाना बनाने के लिए किया जाता है।
हमास के मिलिटरी विंग ने पुष्टि की है कि उसने इसराइल के ज़मीनी हमले के दौरान इसका इस्तेमाल किया।
सोर्स : बीबीसी