बरेली में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने शुक्रवार दोपहर को अपनी गिरफ्तारी देकर विरोध जताया। इसको लेकर सुबह से शहरभर में कड़ी चौकसी रही। मौलाना के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रही। दोपहर करीब डेढ़ बजे मौलाना तौकीर रजा घर से निकले। वह कड़ी सुरक्षा के बीच इस्लामिया मैदान के पास स्थित आला हजरत मस्जिद में पहुंचे। इसकी जानकारी होते ही उनके समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद मौलाना तौकीर रजा ने विरोध के तौर पर अपनी गिरफ्तारी दी। तुरंत उन्हें रिहा कर दिया गया। मौलाना के समर्थन में जुटे सैकड़ों लोग सड़क पर बैठ गए और हंगामा कर दिया। खलील स्कूल के बैरियर पर भारी भीड़ जुटी रही। भीड़ ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। बाद में मौलाना की अपील के बाद सभी समर्थक चले गए। फिलहाल स्थिति को देखते पूरे इलाके में कड़ी सुरक्षा है।
मौलाना बोले, अब बुलडोजर बर्दाश्त नहीं
जुमे की नमाज पर जाने से पहले मौलाना तौकीर रजा ने तीखे बयान दिए। कहा कि हमें मजबूर कर दिया है। मुल्क में नफरत का माहौल बनाया हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने कोई अपराध किया है तो उसे गिरफ्तार किया जाए। मकान, मदरसे और मस्जिद ने कोई अपराध नहीं किया है। इन पर बुलडोजर क्यों चलाया जा रहा है। इसका हम विरोध करेंगे। अब बुलडोजर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पुलिस ने इस्लामिया मैदान को किया सील
इस्लामिया मैदान को बृहस्पतिवार शाम से ही सील कर दिया गया था। यहां 1400 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। छह एएसपी और 12 सीओ के हाथों सुरक्षा की कमान रही। आपात स्थिति से निपटने के लिए चार कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरएएफ की भी तैनाती की गई।
स्कूलों की छुट्टी के मैसेज से घबराए अभिभावक
मौखिक निर्देश पर स्कूलों में छुट्टी कर दी गई तो शहर में माहौल गरमा गया। अचानक बच्चों को घर ले जाने का मैसेज आया तो अभिभावक भी चौंक गए। तमाम लोग पुलिस और मीडिया के लोगों को कॉल करके सच जानने लगे। बाजार बंद होने को लेकर भी चर्चा रही। हालांकि बाद में लोगों को हकीकत पता लगी।