अमेरिका में अब महिलाएं बिना डॉक्टर के पर्चे के गर्भ निरोध की दवाएं या ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल ले सकती हैं। इस बारे में हाल ही में अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने घोषणा की कि गर्भ निरोध की ये दवा ओपिल हर उम्र की महिला ले सकती है।
ओपिल का कहना है कि साल 2024 की शुरुआत में फार्मेसी की दुकानों पर उनकी दवाएं मिलने लगेंगी।
अमेरिका में महिला विशेषज्ञों का कहना है कि गर्भनिरोध की इन दवाओं को लेकर महिलाओं ख़ासतौर पर किशोर लड़कियों में शर्म या स्टिग्मा होता था, लेकिन अब वो दूर होगा। साथ ही प्रजनन से जुड़ी स्वास्थ्य सेवाएं लेने में उन्हें जो परेशानियां आती थीं, उसमें भी मदद मिलेगी।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन पर छपी जानकारी के मुताबिक़ मेडिसिन के इतिहास में हज़ारों की संख्या में दवाएं विकसित की गईं लेकिन 1950 में गर्भ निरोध दवाओं के विकास के बाद बड़ा बदलाव किया।
इसी पर लिखी जानकारी के अनुसार, इससे महिलाओं को न केवल आज़ादी दी बल्कि प्रजनन की स्वायत्तता भी दी।
गर्भ निरोधक का प्रभाव
इन तीनों डॉक्टरों का कहना है कि गर्भ निरोध लेने का कोई बड़ा दुष्प्रभाव नहीं होता लेकिन सीओसी और पीओपी लेने से महिलाओं के शरीर पर कुछ प्रभाव ज़रूर पड़ते हैं।
इन डॉक्टरों का कहना है कि जिन दवाओं में इस्ट्रोजेन हार्मोन होता है वो उन महिलाओं की मदद करता है जिन्हें ब्लड क्लॉट की बीमारी हो, दिल की बीमारी, उच्च रक्तचाप बहुत ज़्यादा रहता हो।
जिन दवाओं में प्रोजेस्ट्रोन होता है, उसे इस्तेमाल करने वाली महिलाओं को जी मिचलाना, सिर दर्द, अनियमित माहवारी और चक्कर आना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
इन डॉक्टरों का कहना है कि इन दवाओं को देने से पहले ये देखा जाता है कि कहीं किसी महिला में किडनी, लिवर, कैंसर जैसी बीमारी तो नहीं है।
डॉक्टरों का कहना है कि इन गर्भ निरोधक दवाओं को लेने से महिलाओं पर अलग-अलग असर हो सकते हैं जिनमें से मुख्य ये हैं।
इन दवाओं से शरीर पर होने वाले असर
शरीर में पानी जमा होना
शरीर में भारीपन महसूस होना
मुंहासे बढ़ने का ख़तरा
स्तन में भारीपन होना
मूड स्विंग्स होना