बताया जा रहा है कि बातचीत काफ़ी विस्तार से हुई। इसमें खुलकर सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब चीन के रक्षा मंत्री एससीओ सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत जा रहे हैं।
गलवान में भारत और चीन की सेना के बीच टकराव के बाद, चीन के रक्षा मंत्री का यह भारत का पहला दौरा है।
अप्रैल 2020 में गलवान में हुई झड़प के बाद, दोनों देशों के सीनियर सैन्य कमांडरों के बीच यह 18वें दौर की बातचीत थी।
यह बातचीत चीन के इलाक़े वाले चुसुल-मोल्दो में हुई, जहां दोनों देशों की सीमाएं मिलती हैं।
चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि इससे ऐसा लग रहा है कि दोनों देशों के बीच सीमा पर विवाद अब सामान्य होने की ओर बढ़ रहा है।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि चीन और भारत की सेना के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के बारे में खुली और विस्तार से बातचीत हुई।