बताया जाता है कि क्रेश होने से पहले पायलट ने एटीसी को तकनीकी खराबी का संदेश भेजा था। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए सेना मुख्यालय ने ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया है। सेना का हेलीकॉप्टर दो पायलट समेत पांच सैन्य कर्मियों को लेकर शुक्रवार सुबह नियमित उड़ान पर था। इस दौरान करीब 10 बजकर 43 मिनट पर तुतिंग कस्बे से लगभग 25 किलोमीटर दूर मिगिंग गांव के पास वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
शुक्रवार शाम चीन से लगी सीमा से लगभग 35 किलोमीटर दूर घने जंगल वाले पर्वतीय इलाके में मौजूद दुर्घटनास्थल से सेना के चार अन्य जवानों के शव बरामद कर लिए गए थे। एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना से पहले, एटीसी को एक मेयडे कॉल प्राप्त हुआ था जो कि तकनीकी खराबी का संकेत देता है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए सेना मुख्यालय ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है।
सेना ने शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। भारतीय सेना ने ट्वीट कर कहा है कि सेना प्रमुख मनोज पांडे और सेना के सभी कर्मी वीर जवानों मेजर विकास भांभू और मेजर मुस्तफा बोहरा, सीएफएन अश्विन केवी, हवलदार बीरेश सिन्हा और एनके रोहिताश्व कुमार को नमन करते हैं, जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए जान न्यौछावर कर दी। शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं।