कई लोगों को कॉफी पीने का शौक होता है। चाय या कॉफी का सेवन आदतन भी होता है। लोगों को दिन में दो तीन बार कॉफी पीने की आदत होती है। अक्सर लोग ऊर्जा बनाए रखने के लिए कॉफी का सेवन करते हैं। अक्सर जब उनसे लोग पूछते हैं कि किस तरह की कॉफी पीना पसंद करेंगे तो लोग समझ नहीं पाते। उनके लिए कॉफी का अर्थ चाय जैसी साधारण सी एक ड्रिंक से है। कई बार किसी कैफे में जाते हैं और मेन्यू कार्ड पर अलग अलग तरह की कॉफी देखकर आप असमंजस में पड़ जाते हैं कि आपको कौन सी कॉफी ऑर्डर करनी है।
एस्प्रेसो
एस्प्रेसो प्योर डार्क और स्ट्रांग कॉफी होती है। इसमें दूध का इस्तेमाल नहीं होता और न ही चीनी मिलाई जाती है। इसे ब्लैक काॅफी भी कह सकते हैं, जो काफी स्ट्रोंग होती है।
डौपियो
डौपियो डबल एसप्रेसो होती है। डोपियो में एसप्रेसो की मात्री दोगुनी हो जाती है। अधिक कॉफी पीने वाले डौपियो ऑर्डर करते हैं।
एमेरिकानो
एस्प्रेसो और गर्म पानी के मिश्रण से तैयार होने वाली कॉपी है। इसमें एस्प्रेसो कॉफी में गर्म पानी मिलाया जाता है, जिससे ये कम स्ट्रोंग लगती है। लेकिन इसकी गिनती भी ब्लैक कॉफी में होती है।
कैपेचीनो
इस तरह की कॉफी में एस्प्रेसो में दूध और मिल्क फाॅम का उपयोग होता है। काॅफी में स्टीम्ड दूध मिलाया जाता है और ऊपर से दूध का झाग बनाया जाता है। तीनों का मात्रा समान होती है।
लाटे
लाटे में भी एस्प्रेसो, स्किम्ड मिल्क और दूध का झाग तीनों ही शामिल किया जाता है। यह कैपेचीनो की तरह ही होती है लेकिन लाटे में दूध की मात्रा अधिक होती है।
मोका
एक प्रकार की कॉफी मोका होती है। लाटे की तरह ही मोका कॉफी मिल्क फाॅर्म, स्किम्ड मिल्क और एस्प्रेसो से बनती है, हालांकि मोका में हॉट चॉकलेट भी शामिल होती है। जिससे इसका स्वाद अधिक मजेदार बन जाता है।
कोरटाडो
कोरटाडो कॉफी स्किम्ड मिल्क और एस्प्रेसो से बनती है। इसमें दूध का झाग नहीं बनाया जाता, बस गर्म दूध में एस्प्रेसो मिलाया जाता है।
माकियाटो
इस तरह की कॉफी में एस्प्रेसो के साथ दूध के झाग को मिलाया जाता है। कोरटाडो की तरह इसमें गर्म दूध सामिल नहीं करते, बल्कि दूध का झाग इस्तेमाल करते हैं।